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अंशुल अग्रवाल पुत्र श्री आर.एस.अग्रवाल,जयपुर

आप अंशुल बंसल/ आर. एस.अग्रवाल,उम्र 24 साल, पैरा पर्वतारोही है, जिसे जीवन और पहाड़ों से प्यार है। 20 साल की उम्र मे एक जानलेवा सड़क दुर्घटना नें आपको अपंग बना दिया। आपने दाहिना पैर घुटने के नीचे खो दिया और इसके साथ ही भारतीय सेना में शामिल होने की आपकी यात्रा समाप्त हो गई।
आपने एक्सीडेंट के 1 साल बाद सी सर्टिफिकेट टेस्ट देने और उसे हासिल करने में हुये।
आप एक्सीडेंट से पहले ही पहाड़ों पर चढ़ रहे थे। आपका पहला ट्रेक खीरगंगा का आसान से मध्यम ट्रेक था जिसमें आम तौर पर लोगों को आने-जाने में 6-8 घंटे लगते हैं। लेकिन चढ़ाई के लिए आपको 9 घंटे लगे।
आपने खुद को बड़ी चढ़ाई के लिए तैयार करने के लिए ऐसे कई ट्रेक पर जाना जारी रखा। फिर आखिरकार 2020 में आपने 6000 मीटर की ऊंचाई पर चढ़ने वाला राजस्थान का पहला पैरा-माउंटेनियर बन गये।
2022 फरवरी में तीन स्वर्ण पदक जीता और साथ एक कांस्य पदक जीता कर सफलता प्राप्त की। वही मार्च में आयोजित हुए भुवनेश्वर में होने वाले राष्ट्र पैराथेलिट में कांस्य पदक जीता।
आपका अगला अभियान दुनिया की आठवीं सबसे ऊंची चोटी मानासुला होने जा रहा है। पहले आप अपने देश की रक्षा करके उसकी सेवा करना चाहते थे, लेकिन अब न केवल अपने देश के लिए सम्मान लाना चाहते हो बल्कि अपने जैसे लोगों को भी हार न मानने के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हो।