
शुभम अग्रवाल दौसा जिले के मंडावरी गांव के निवासी है इन्होंने अपनी शिक्षा आठवीं तक गांव में ही की है ,आगे की शिक्षा के लिए उन्होंने 2014 में आईआईटी जेईई में AIR 1216 हासिल की। अपने इंजीनियरिंग के लगाव से उन्होंने 2018 में भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान आई.आई.टी. दिल्ली से सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर आफ टेक्नोलॉजी (बी.टेक.) की डिग्री प्राप्त की। फिर इन्होंने भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (यू.पी.एस.सी.- आई.ई.एस.) के सपने को हासिल करने के लिए अपनी तैयारी चालू करी। उसी तैयारी के मध्य मे उन्होंने ग्रेजुएट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट 2020 )में AIR 20 हासिल की। फिर उन्होंने भारतीय जल विकास अभिकरण, जल शक्ति मंत्रालय में सहायक अभियंता के रूप में कार्य करना प्रारंभ किया। उसके बाद उनका भारतीय सेवा 2020 का अंतिम परिणाम आया जिसमें मैं जिस में भी दुर्भाग्यवश असफल रहे। फिर अप्रैल 2021 में कोविड की लहर के शिकार हो गए जिसमें 4 दिन के लिए ऑक्सीजन सपोर्ट पर रहे, स्वस्थ होने के बाद उनके पिता श्री अशोक कुमार गुप्ता और उनके चाचा डॉक्टर नवल गुप्ता ने उन्हें वापस तैयारी करने के लिए प्रेरित किया। शुभम ने वापस अपनी तैयारी चालू करी और उसी दौरान उन्होंने अपनी नौकरी बदलकर भारतीय मानक ब्यूरो में वैज्ञानिक-बी पद पर कार्य करना प्रारंभ किया ।
अपने परिश्रम के फलस्वरुप उन्होंने भारतीय इंजिनियरिंग सेवा (यू.पी.एस.सी.- आई.ई.एस.) 2021 में AIR-5 हासिल की। इस लक्ष्य को हासिल कर केंद्रीय लोक निर्माण विभाग(CPWD) मैं कार्यरत होकर देश के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में काम करना चाहते हैं।